शनिवार, 1 अक्टूबर 2011

गांधी के तीन बंदरों के नए आयाम ! गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर-

बुरा मत देखो !
बुरा नही देखना,
भाईभतीजों का भी ख्याल रखना,
सिर्फ खुद की मत सेंकना !
बुरा मत सुनो !
सालभर छल कपट के,
तानें बानें बुनो,
लेकिन गांधी जयंती के रोज,
राजघाट पर,
रघुपति राघव राजा राम जरूर गुनो !
बुरा मत बोलो !
चाहे असली बताकर,
डालडा तोैलो,
स्ंविधान में खूब अधिकार दिए है,
रोटी चाहे मिले ना मिले,
पर खूब चीखो खूब बोलो !
संकलन षिव षंकर गोयल

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